आपके बाद भी आप ही हैं।

मीठी मीठी बातें 
भोली भली आवाज़ 
गाती हैं दिलवालों को 
वीणा सा बन हर मन को 
गाना सुनवाऐं दिल को 
मंगेष्कार लता जी को 
समान कर सकते हैं किस को 

                       सरस्वती जो देख सकते हैं 
                       भगवान से दिए गए उपहार है 
                       चंदा जैसे आवाज़ है 
                       सूर्य जैसे जीवन है 
    यदि चाँद सूरज ना हो तो 
      आसमान में यह आवाज़ है 

कोमल गाने सुनते रहे 
       हर दिल पागल हो जाता है 
  कोयल शर्म हो जाता है 
     पायल तो नाचने लगती है 

एक महान महिला होती हैं 
    दो कानों में मीठाई डालती है 
             तीन स्वर सप्तक में जादू दिखाती है 
    चार दिशाओं को जगवाती है 

गर्व है देश में, आपका जीवन 
 पर्व है जब जब गाते तो गायन 
 दर्द भी सुख बन देती मीठापन 
  पूर्व दिशा में मधुर है यह मिलन 

 आपके नाम पर झंडा उठाएगा 
   आपके बारे इतिहास लिखाएगा 
आपके द्वारा संसार सजाएगा 
             आपके बाद भी आप ही हो जाएगा  ।।।
दुल्कान्ति समरसिंह 

Comments

  1. बहुत ही सुंदर रचना ,कोकिला कंठी सरस्वती स्वरूप लता जी पर लिखना गर्व और सम्मान की बात है ,देश की शान ,विश्व की बेमिसाल गायिका लता जी को शत शत नमन ,ये नाम तो शाश्वत है ,अमिट है ,रहे न रहे हम महका करेंगे बनके कली ,बनके सबा राहे वफा पर ..... ।

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    1. हाँ। आपने सही बात बताया।
      हृदयतल से आभार जी आपका

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