मोनालिसा।
भोली भली मोनालिसा
प्यारी नारी मोनालिसा
गोरी हो तुम मोनालिसा।
वो ऐसी लड़की नहीं,
जिसे किसी ने प्यार ना हो
वह उस बेटी है जिसे
डाविंसी ने रूप दिया ।।
उसकी पलकों के साये में
आँखें सबको देख लिया
मोती की एक थाली है, जो
होंठों के पीछे छिपाई गई ।।
जो मुस्कान है मुंह के कोने में,
वो आप सभी का स्वागत में
सदियों से पहले जैसी ,
आज भी वो जीती वैसी
लोग जहाँ आते जाते हैं
इसकी नज़र वहीं चलती ।।।
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